IMRAN BHAI
رات انتہائی کامیاب اور مهببتو بھری رہی!
گوپال گنج کے پورے سرکاری عملے نے رات 2 بجے تک بیٹھ کر نظم / شاعری کا مزہ لیا !!
یہ میرے دوست ہیں فیض صاحب
ان کے ساتھ نکلا ہوں سمستی پور کے لیے !!
آج رات سمستی پور کے نام!
रात बेहद कामयाब और मुहब्बतों भरी रही !
गोपालगंज के पूरे सरकारी अमले ने रात 2 बजे तक बैठ कर कविता/शायरी का मज़ा लिया !!
ये मेरे दोस्त हैं फ़ैज़ साहब
इनके साथ निकला हूं समस्तीपुर के लिये !!
आज रात समस्तीपुर के नाम !
गोपालगंज के पूरे सरकारी अमले ने रात 2 बजे तक बैठ कर कविता/शायरी का मज़ा लिया !!
ये मेरे दोस्त हैं फ़ैज़ साहब
इनके साथ निकला हूं समस्तीपुर के लिये !!
आज रात समस्तीपुर के नाम !
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